Tuesday, 29 November 2011
महुआ के खिलाफ शत्रुघ्न सिन्हा ने की शिकायत
भोजपुरी के एक मात्र मनोरंजन चैनल महुआ के खिलाफ अब बकायादार खुल कर सामने आने लगे हैं. पैसा डूबने के दर से अब तक चुप्पी साधे रखने वाले धारावाहिक निर्माताओ ने भी अब महुआ के खिलाफ अदालती कार्यवाई का मन बना लिया है , वहीँ चर्चित शो कौन बनेगा करोडपति के होस्ट शत्रुघ्न सिन्हा ने महुआ के खिलाफ सिने एंड टीवी आर्टिस्ट असोसिएशन ने लिखित शिकायत दर्ज करवाई है . सूत्रों के अनुसार के बनी करोडपति के होस्ट शत्रुघ्न सिन्हा का महुआ पर ६६ लाख, धर्मेन्द्र , हेमा मालिनी के २५ लाख, गोविंदा के २५ लाख, सोनाक्षी सिन्हा के २५ लाख और भोजपुरी फिल्मो के सुपर स्टार रवि किशन के १२.५० लाख रूपये, निरहुआ के १२.५० लाख , गायक उदित नारायण के ३ .२० लाख रूपये बकाया है. महुआ के रवैये से नाखुश हेमा मालिनी ने बताया की यह एक शर्मनाक बात है की कोई चैनल उनके द्वारा जीती गयी इनामी राशी को देना नहीं चाहती , उन्होंने कहा की वो जल्द ही इस मामले को सिने एंड टीवी आर्टिस्ट असोसिएशन में ले जाएगी. इधर गोविंदा और रवि किशन ने भी स्वीकार है की उन्हें इनामी राशि का भुगतान अभी तक नहीं किया गया है , जबकि वो राशि चेरिटी के लिए जाना है. इस सम्बन्ध में जब महुआ के मुंबई हेड पंकज तिवारी से बात करने की कोशिश की गयी तो उन्होंने फोन उठाना भी ज़रूरी नहीं समझा , बहरहाल प्रवर्तन निदेशालय द्वारा की गयी कारवाई से पहले से ही कमर तुडवा बैठी महुआ के दामन पर एक और दाग लग गया है. उल्लेखनीय है की महुआ के लिए धारावाहिक का निर्माण कर चुके कई प्रोडक्शन हाउस का महुआ पर करोडो रुपयों का बकाया है
News By:- Uday Bhagat
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साउथ के बाद भोजपुरी में सनसनी फैलाएंगी सुप्रेरणा सिंह
हाय राम....... गजब सीटी मारे सैयां पिछवाड़े' यह शिकायत भरे अल्फाज हैं दक्षिण भाषी फिल्मों की मशहूर अभिनेत्री सुप्रेरणा सिंह के.
नहीं-नहीं ऐसी वैसी कोई बात नहीं है, ना ही किसी ने उनके साथ कोई बदतमीजी कि है और ना ही वे किसी पर आरोप लगा रही हैं. दरअसल यहाँ बात हो रही है सुप्रेरणा की आनेवाली भोजपुरी फिल्म 'गजब सीटी मारे सैयां पिछवाड़े' की.
यू.पी., इलाहबाद की सुप्रेरणा ने अपने कैरियर का आगाज किया ऐड फिल्मों से. उन्होंने पहला ऐड किया रानी मुखर्जी के साथ डाबर हेयर ऑएल का. उसके बाद कई प्रिंट ऐड किये. ज्वेलरी से लेकर सलवार सूट के भी कई होर्डिंग ऐड किये. ऐड फिल्मों के बदौलत उन्हें साउथ की फिल्मों के ऑफर आने लगें. और आज से करीब 4 साल पहले सुप्रेर्ना ने तेलगु फिल्म 'काशी पतनम' से साउथ की फिल्म इंडस्ट्री में धमाकेदार इंट्री मारी और फिर साउथ की कई फिल्मे करके एक सनसनी सी मचा दी. यही नहीं सुप्रेरणा ने उड़िया, मराठी और राजस्थानी फिल्मों में भी अपना जौहर दिखाया.
हिंदी की बात करें तो उन्होंने डायरेक्टर चम्पक बनर्जी की ग्लोबल वार्मिंग पर बनी नॉन कामर्सियल फिल्म 'सृष्टि चक्र ' में अच्छा परफोर्मेंस किया. इस फिल्म को दादा फाल्के अवार्ड से भी सम्मानित किया गया. एक टेलीफिल्म 'आतंक' में भी उनके अभिनय को खूब सराहा गया.
यू . पी. की होकर सुप्रेरणा भला भोजपुरी फिल्मों से दूर रह जाती ये कैसे हो सकता था.....! भोजपुरी में उन्होंने आगाज किया अभिनेता दिनेश लाल निरहुआ की सुपरहिट फिल्म 'सात सहेलियां' से. सात सहेलियां कामयाब रही..इसके बाद आयी राज कुमार पाण्डेय की ' लहरिया लुटा ऐ राजा जी' ने भी बॉक्स ऑफिस पर अच्छा कारोबार किया ....इन दोनों फिल्मों की कामयाबी ने उन्हें भोजपुरी फिल्मों में स्थापित कर दिया ..... इस वक़्त सुप्रेरणा अपनी आनेवाली भोजपुरी फिल्मों की शूटिंग में व्यस्त हैं जिनमे से मुख्य हैं, 'राजा जी', 'कलुआ भईल सयान', और ' गजब सीटी मारे सैयां पिछवाड़े'....... तो थोड़ा दिल थाम के बैठिये ये देखने के लिए कि साउथ की फिल्मों के बाद सुप्रेरणा अब भोजपुरी फिल्मों में किस कदर सनसनी फैलाती हैं
नहीं-नहीं ऐसी वैसी कोई बात नहीं है, ना ही किसी ने उनके साथ कोई बदतमीजी कि है और ना ही वे किसी पर आरोप लगा रही हैं. दरअसल यहाँ बात हो रही है सुप्रेरणा की आनेवाली भोजपुरी फिल्म 'गजब सीटी मारे सैयां पिछवाड़े' की.
यू.पी., इलाहबाद की सुप्रेरणा ने अपने कैरियर का आगाज किया ऐड फिल्मों से. उन्होंने पहला ऐड किया रानी मुखर्जी के साथ डाबर हेयर ऑएल का. उसके बाद कई प्रिंट ऐड किये. ज्वेलरी से लेकर सलवार सूट के भी कई होर्डिंग ऐड किये. ऐड फिल्मों के बदौलत उन्हें साउथ की फिल्मों के ऑफर आने लगें. और आज से करीब 4 साल पहले सुप्रेर्ना ने तेलगु फिल्म 'काशी पतनम' से साउथ की फिल्म इंडस्ट्री में धमाकेदार इंट्री मारी और फिर साउथ की कई फिल्मे करके एक सनसनी सी मचा दी. यही नहीं सुप्रेरणा ने उड़िया, मराठी और राजस्थानी फिल्मों में भी अपना जौहर दिखाया.
हिंदी की बात करें तो उन्होंने डायरेक्टर चम्पक बनर्जी की ग्लोबल वार्मिंग पर बनी नॉन कामर्सियल फिल्म 'सृष्टि चक्र ' में अच्छा परफोर्मेंस किया. इस फिल्म को दादा फाल्के अवार्ड से भी सम्मानित किया गया. एक टेलीफिल्म 'आतंक' में भी उनके अभिनय को खूब सराहा गया.
यू . पी. की होकर सुप्रेरणा भला भोजपुरी फिल्मों से दूर रह जाती ये कैसे हो सकता था.....! भोजपुरी में उन्होंने आगाज किया अभिनेता दिनेश लाल निरहुआ की सुपरहिट फिल्म 'सात सहेलियां' से. सात सहेलियां कामयाब रही..इसके बाद आयी राज कुमार पाण्डेय की ' लहरिया लुटा ऐ राजा जी' ने भी बॉक्स ऑफिस पर अच्छा कारोबार किया ....इन दोनों फिल्मों की कामयाबी ने उन्हें भोजपुरी फिल्मों में स्थापित कर दिया ..... इस वक़्त सुप्रेरणा अपनी आनेवाली भोजपुरी फिल्मों की शूटिंग में व्यस्त हैं जिनमे से मुख्य हैं, 'राजा जी', 'कलुआ भईल सयान', और ' गजब सीटी मारे सैयां पिछवाड़े'....... तो थोड़ा दिल थाम के बैठिये ये देखने के लिए कि साउथ की फिल्मों के बाद सुप्रेरणा अब भोजपुरी फिल्मों में किस कदर सनसनी फैलाती हैं
Sunday, 27 November 2011
बिग हिन्दुस्तान राईजिंग स्टार अवार्ड से सम्मानित हुए प्रदीप पाण्डे
भोजपुरी फिल्मों के उभरते सितारे व "देवरा बड़ा सतावेला", "लहरिया लुट ए राजा जी", "मैं नागिन तू नगीना", "पियवा बड़ा सतावेला" व "ट्रक ड्राईवर" फेम अभिनेता प्रदीप पाण्डे "चिंटू" को हाल ही में बिग हिन्दुस्तान राईजिंग स्टार सर्वश्रेष्ठ नवोदित सितारा अवार्ड से सम्मानित किया गया। इस श्रेणी में प्रदीप पाण्डे ने दो अन्य हिन्दी सितारे निखिली द्विवेदी व सोनू सुद को पटखनी दे कर यह पुरस्कार जीता है। प्रदीप पाण्डे को यह पुरूस्कार छोटे पर्दे की ललिया यानी कि रतन राजपुत ने दिया। इस पुरूस्कार को पाकर गदगद प्रदीप इसका पूरा श्रेय अपने पिता व भोजपुरी निर्देशक राजकुमार पाण्डेय को देते हैं। गौरतलब हैं कि चिन्टू की हालिया रिलीज "ट्रक ड्राईवर" की धूम इन दिनों पूरे बिहार में है।
News By:- bhojpuriyacinema
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Saturday, 26 November 2011
अब कॉमेडी करेंगी सुप्रेरणा सिंह…
साऊथ सेंसेशन सुप्रेरणा सिंह अब भोजपुरी फिल्मों में रमती नज़र आ रही हैं… अब तक रोमेंटिक रोल के लिए परफेक्ट मानी जानेवाली सुप्रेरणा अब डायरेक्टर बलजीत सिंह की फिल्म “गजब सिटी मारे,सईयाँ पिछवाड़े” में कॉमेडी करती नज़र आएँगी… निर्माता अनिल शियांकर की इस फिल्म में सुप्रेरणा पहली बार अपनी इमेज से अलग दर्शकों को हंसाती नज़र आएँगी.. इस फिल्म में सुप्रेरणा के लिए परफेक्ट को-स्टार की तलाश की जा रही है.. सुप्रेरणा का मानना है कि उनके कद्रदानों के लिए उनका ये नया अवतार एक सरप्राईज़ की तरह होगा… उम्मीद है कि दर्शक इसे ज़रूर पसंद करेंगे
Thursday, 24 November 2011
रवि किशन की देवदास २५ नवम्बर से
शरत चंद्र चट्टोपाध्यायं के मशहूर उपन्यास 'देवदास' पर अब भोजपुरी भाषा में भी फिल्म देखी जा सकती है। फिल्म में भोजपुरी फिल्मो के अमिताभ बच्चन कहे जाने वाले अभिनेता रवि किशन जहां देवदास की भूमिका में हैं वहीँ पारो की भूमिका में अक्षरा सिंह व चंद्रमुखी की भूमिका में मोनालिसा है. यह फिल्म २५ नवंबर को बिहार में रिलीज़ हो रही है.
फिल्म की शुरुआत फ्लैशबैक से होती है जब पारो (पार्वती) और चंद्रमुखी अपनी वृद्घावस्था में देवदास को याद करती हैं। फिल्म के कई दृश्यों व डायलॉग काफी उम्दा तरीके से फिल्माए गए हैं। भोजपुरी भाषा में 'कोठी न रास आइल त हम कोठा के आसरा ले लेलीं..' जैसे संवाद फिल्म देखने वालों को जरूर पसंद आएंगे। फिल्म के गानों को उदित नारायण, साधना सरगम, सपना अवस्थी ने अपनी आवाज देकर मधुर बना दिया है।
नदिया के पनिया में झांकेला सूरज देव..व जिनगी के बगिया में लागल रे चिनिरिया..जैसे गाने दर्शकों को लुभाएंगे। बकौल निर्देशक शरत चंद्र ने अपने ननिहाल बिहार के भागलपुर में जन्म लिया था। उन्होंने कहा कि यह फिल्म भोजपुरी भाषा को प्रतिष्ठा दिलाने की ओर एक खूबसूरत पहल है। किरंकांत वर्मा का दावा है की फिल्म का हर दृश्य फिल्म में जान डाल देता है.
फिल्म की शुरुआत फ्लैशबैक से होती है जब पारो (पार्वती) और चंद्रमुखी अपनी वृद्घावस्था में देवदास को याद करती हैं। फिल्म के कई दृश्यों व डायलॉग काफी उम्दा तरीके से फिल्माए गए हैं। भोजपुरी भाषा में 'कोठी न रास आइल त हम कोठा के आसरा ले लेलीं..' जैसे संवाद फिल्म देखने वालों को जरूर पसंद आएंगे। फिल्म के गानों को उदित नारायण, साधना सरगम, सपना अवस्थी ने अपनी आवाज देकर मधुर बना दिया है।
नदिया के पनिया में झांकेला सूरज देव..व जिनगी के बगिया में लागल रे चिनिरिया..जैसे गाने दर्शकों को लुभाएंगे। बकौल निर्देशक शरत चंद्र ने अपने ननिहाल बिहार के भागलपुर में जन्म लिया था। उन्होंने कहा कि यह फिल्म भोजपुरी भाषा को प्रतिष्ठा दिलाने की ओर एक खूबसूरत पहल है। किरंकांत वर्मा का दावा है की फिल्म का हर दृश्य फिल्म में जान डाल देता है.
PYAAR KE BANDHAN NAA TOOTE MITWA MUSIC LAUNCHED
23-11-2011 The music of M.V.D. Motions Pictures' Pyaar Ke bandhan Naa Toote Mitwa was recently launched with great celebrations. On this occassion, the producer of the movie Praveen Kumar and the director of the movie Mahmood Alam were present. The movie has 9 songs altogether which have been penned by Jahid Akhtar and Shyam Dehati while the music has been composed by Rajesh Gupta. Udit Narayan, Kalpana, Indu Sonali, Pamela Jain, Khushbu Jain, Shashikant and Alok Kumar have rendered their voice for the song. The music has been released by King Music company. The movie stars Sanjeev Rajput, Manoj Tiger, Anuradha, Nishi Shalini and Nikhil Raj.
Source : Space Creative Medi
Source : Space Creative Medi
राजीव दिनकर का डबल सेलिब्रेशन
भोजपुरी फिल्मो के डांसिंग स्टार राजीव दिनकर के लिए यह महिना डबल सेलिब्रेशन का महिना है , क्योंकि उनकी दो दो फिल्मे बॉक्स ऑफिस पर धूम मचा रही है . छठ के अवसर पर रिलीज़ हुई उनकी फिल्म केहू हमसे जीत ना पाई उत्तर प्रदेश में सुपर हिट साबित हुई है तो पिछले शुक्रवार रिलीज़ हुई उनकी फिल्म सुगना ने जबरदस्त ओपनिंग हासिल की है . केहू हमसे जीत ना पाई में राजीव लोटन नाम के युवक की भूमिका में हैं जो अपने दोस्तों के साथ रवि किशन की अगुआई में देश के दुश्मनों के खिलाफ जंग छेड़ देता है . उत्तर प्रदेश में यह फिल्म दर्शको की पसंद की कसौटी पर खड़ी उतरी है और राजीव सहित सभी कलाकारों का काम दर्शको द्वारा पसंद किया जा रहा है . इधर बिहार में रिलीज़ हुई सुगना को अच्छी शुरुवात मिली है. एक विकलांग लाचार युवक की भूमिका में राजीव ने जान डाल दी है. फिल्म देखकर निकाल रहे लोग राजीव के अभिनय की तारिफ करते अघाते नहीं है. बहरहाल राजीव के लिए यह माह डबल सेलिब्रेशन का अवसर लेकर आया है
Tuesday, 22 November 2011
२५ को रिलीज होगी मनोज तिवारी-राहुल की "ऐलान"
समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार व सामजिक कुरीतियों पर भोजपुरी फिल्म नायक मनोज तिवारी ‘‘मृदुल’’ व ‘‘आशिकी’’ फेम राहुल राय भोजपुरी फिल्म ‘‘ऐलान’’ ला रहे है। राहुल राय प्रोडक्शनस् के बैनर तले बनी इस फिल्म के माध्यम से वर्तमान समाज में व्याप्त भ्रष्टाचार को दिखाया गया है। इस फिल्म का निर्माण राहुल राय ने ही किया हैं वही फिल्म के निर्देशन की कमान संभाली है नवोदित धीरज कुमार ने। फिल्म में मनोज तिवारी ‘‘मृदुल’’, राहुल राय, योगेन्द्र तिवारी, मोनिका सिंह, लवलीना, लवी रोहतगी, मनोज टाईगर, गजेन्द्र चैहान, आलोक यादव व विष्णु शंकर बेलू की प्रमुख भूमिकाएँ हैं। फिल्म के बारे में राहुल राय बताते हैं की यह फिल्म भोजपुरी फिल्मों को नए स्तर पर लाएगी। फिल्म के गीतकार सच्चिदानंद कवच, संगीतकार गुणवंत सेन, लेखक सत्येन्द्र स्वामी हैं। फिल्म का प्रदर्शन 25 नवम्बर से सम्पूर्ण बिहार में मशहुर निर्माता-निर्देशक व वितरक सुनील बूबना द्वारा किया जा रहा है।
News By:- bhojpuriyacinema
News By:- bhojpuriyacinema
भोजपुरिया पर्दे पर बैडमैन की इन्ट्री
बैडमैन नाम ह हमार….’ अगर ये डायलौग हिंदी फिल्मों के मशहूर खलनायक गुलशन ग्रोवर सुनाएँ तो कैसा लगेगा….. तो जाहिर है ऐसे में सिर्फ बॉलीवुड ही नहीं भोजवूड भी चौंक जायेगा... तो क्या अब हिंदी फिल्मों का बैडमैन भोजपुरी फिल्मो में अपनी खलनायकी दिखायेगा…?
जी हाँ….., अब अपने बैडमैन भईया यानी गुलशन ग्रोवर की भोजपुरिया पर्दे पर इंट्री होनेवाली है... और गुल्लू भईया भोजपुरिया स्टाइल में बिल्कुल ठेठ भोजपुरी डायलौग बोलते नज़र आयेंगे... निर्माता दीपक सावंत की निर्माणाधीन फिल्म ‘गंगा देवी’ से बैडमैन भोजपुरिया पर्दे पर अपनी जोरदार इंट्री करनेवाले हैं... फिल्म के निर्देशक हैं अभिषेक चड्डा और मुख्य कलाकार हैं – दिनेश लाल निरहुआ, पाखी हेगड़े, अमिताभ बच्चन, जया बच्चन और बैडमैन गुलशन ग्रोवर.
अब देखना ये है कि जब बैडमैन ठेठ भोजपुरिया अंदाज़ में फिल्म ‘गंगा देवी’ का ये डायलौग बोलेंगे,- ‘गंगा में नंगा नहाई का अउर निचोड़ी का….’ तब भोजपुरिया दर्शक उन्हें किस कदर सिर आँखों पर बैठाते हैं... बतौर विलेन गुलशन ने बॉलीवुड फिल्मों में जिस तरह राज किया है, ऐसे में दो राय नहीं कि वो ‘गंगा देवी’ में इंट्री करने के बाद पुरे भोजपुरिया समाज में छा जाएँ
News By:- spacecreativemedia
जी हाँ….., अब अपने बैडमैन भईया यानी गुलशन ग्रोवर की भोजपुरिया पर्दे पर इंट्री होनेवाली है... और गुल्लू भईया भोजपुरिया स्टाइल में बिल्कुल ठेठ भोजपुरी डायलौग बोलते नज़र आयेंगे... निर्माता दीपक सावंत की निर्माणाधीन फिल्म ‘गंगा देवी’ से बैडमैन भोजपुरिया पर्दे पर अपनी जोरदार इंट्री करनेवाले हैं... फिल्म के निर्देशक हैं अभिषेक चड्डा और मुख्य कलाकार हैं – दिनेश लाल निरहुआ, पाखी हेगड़े, अमिताभ बच्चन, जया बच्चन और बैडमैन गुलशन ग्रोवर.
अब देखना ये है कि जब बैडमैन ठेठ भोजपुरिया अंदाज़ में फिल्म ‘गंगा देवी’ का ये डायलौग बोलेंगे,- ‘गंगा में नंगा नहाई का अउर निचोड़ी का….’ तब भोजपुरिया दर्शक उन्हें किस कदर सिर आँखों पर बैठाते हैं... बतौर विलेन गुलशन ने बॉलीवुड फिल्मों में जिस तरह राज किया है, ऐसे में दो राय नहीं कि वो ‘गंगा देवी’ में इंट्री करने के बाद पुरे भोजपुरिया समाज में छा जाएँ
News By:- spacecreativemedia
Monday, 21 November 2011
Sunday, 20 November 2011
जल्द ही फ्लोर पर होगी पवन सिंह राजपूत
निर्माता रमण नैय्यर की फिल्म पवन सिंह राजपूत आगामी १० दिसंबर से फ्लोर पर जा रही है... फिल्म में तुलिप सिंह और पवन सिंह की मुख्य भूमिका है... मनोज सिंह टाइगर की कहानी पटकथा और संवाद से सजी इस फिल्म के डायरेक्शन की कमान एक बार फिर रामदेवन के हाथों में होगी ..कोरियोग्राफर से डाइरेक्टर बने रामदेवन इसी बैनर की दूसरी फिल्म 'काली' को भी डाइरेक्ट कर रहे हैं... फिल्म में गिरीश शर्मा भी एक अलग किरदार में नज़र आयेंगे.
Friday, 18 November 2011
Wednesday, 16 November 2011
Jala Ram Productions Launched 3 films
भोजपुरी इंडस्ट्री में जलाराम प्रोडक्शन के जलवा लगातार जारी बा. एह बैनर के दू गो फिल्म ‘धमाल कईला राजा’ अउर ‘काली’ निर्माण के अंतिम दौर में बाड़ी सँ. ओकनी के रिलीज़ से पहिलही तीन गो अउरी फिलिमन के ऐलान कर के जलाराम प्रोडक्शन सनसनी मचा दिहले बाड़न.
‘पवन सिंह राजपूत’ में तुलिप सिंह आ पवन सिंह के जोड़ी रही, त ‘दुश्मन-दोस्त’ में तुलिप सिंह आ विनय आनंद के. फिल्म ‘महिमा लक्ष्मी माई के’ में मनोज टाईगर आ तुलिप सिंह के अलावा भोजपुरी के कईगो अउरी दिग्गज नज़र अइहें. ‘पवन सिंह राजपूत’ के निर्देशन रामदेवन, ‘दुश्मन -दोस्त’ के चंद्रसेन सिंह जे ‘धमाल कईला राजा’ के निर्देशन कइले बाड़न, आ फिल्म ‘महिमा लक्ष्मी माई के’ के निर्देशन आलोक सिंह टाईगर करीहें.
तीनों फिलिमन के कहानी अउर स्क्रिप्ट मनोज सिंह टाईगर के लिखल बा. जलाराम प्रोडक्शन के कर्ता-धर्ता रमण नैय्यर के कहना बा कि ऊ भोजपुरी सिनेमा इंडस्ट्री के चाल, चेहरा आ चरित्र तीनों बदलल चाहत बाड़न.
मुहूर्त पर दिनेश लाल यादव निरहुआ, पाखी हेगड़े, तुलिप सिंह, चंद्रसेन सिंह, मनोज टाइगर आ गिरीश शर्मा फोटो में नजर आवत बाड़ें.
‘पवन सिंह राजपूत’ में तुलिप सिंह आ पवन सिंह के जोड़ी रही, त ‘दुश्मन-दोस्त’ में तुलिप सिंह आ विनय आनंद के. फिल्म ‘महिमा लक्ष्मी माई के’ में मनोज टाईगर आ तुलिप सिंह के अलावा भोजपुरी के कईगो अउरी दिग्गज नज़र अइहें. ‘पवन सिंह राजपूत’ के निर्देशन रामदेवन, ‘दुश्मन -दोस्त’ के चंद्रसेन सिंह जे ‘धमाल कईला राजा’ के निर्देशन कइले बाड़न, आ फिल्म ‘महिमा लक्ष्मी माई के’ के निर्देशन आलोक सिंह टाईगर करीहें.
तीनों फिलिमन के कहानी अउर स्क्रिप्ट मनोज सिंह टाईगर के लिखल बा. जलाराम प्रोडक्शन के कर्ता-धर्ता रमण नैय्यर के कहना बा कि ऊ भोजपुरी सिनेमा इंडस्ट्री के चाल, चेहरा आ चरित्र तीनों बदलल चाहत बाड़न.
मुहूर्त पर दिनेश लाल यादव निरहुआ, पाखी हेगड़े, तुलिप सिंह, चंद्रसेन सिंह, मनोज टाइगर आ गिरीश शर्मा फोटो में नजर आवत बाड़ें.
श्रीमती चुलबुल पाण्डेय
श्रीमती चुलबुल पाण्डेय भोजपुरी की पहली प्रभावशाली फिल्म हो सकती थी ,परन्तु अपनी आपसी रंजिश के कारण इस फिल्म का निर्माता किशन शाह ने इस फिल्म से मुख्य किरदार सपना को हाशिये पर रख दिया और फलौप अभिनेता विनय आनंद के साथ महज ३-4 दिन की शूटिंग की और उसी के नाम फिल्म का नाम "विनय भईया कमाल कईले बाडन "रख दिया ,गौरतलब है की किशन शाह जिसे भोजपुरी की जरा भी समझ नहीं वो भोजपुरी नाम पर कमाने के लिए ऐसे कथा-वस्तु से खिलवाड़ किया जो किशन साह इतने दिनों के अपने फ़िल्मी कैरियर में आज तक कोई उत्कृष्ट फिल्म नहीं दे पाया ,वैसा व्यक्ति का जब श्रीमती चुलबुल पाण्डेय जैसी नारी प्रधान फिल्म लाने की बात कहा ,तो दर्शको ने पहले तो आश्चर्य व्यक्त किया की ऐसा दोयम दर्जे का व्यक्ति ऐसी सोच लाया कहाँ से ,मालूम चला ये कांसेप्ट भी फिल्म की अभिनेत्री सपना ने ही किशन साह को बड़े भाई ने नाते सुझाया था , परन्तु किशन साह के निकृष्टतम रवैये के चलते इस फिल्म का घालमेल हो गया ,फिर एक अच्छी फिल्म बनते बनते रह गयी.
Tuesday, 15 November 2011
तुलिप का नया अंदाज़
'धमाल कईला राजा' में नकचढ़ी और घमंडी लड़की बनी तुलिप सिंह का अब प्रमोशन हो गया है... अब पुलिस में भर्ती हो रही हैं तुलिप सिंह... हैरान मत होईये, क्योंकि हम बात कर रहे हैं उनकी अगली फिल्म 'राजपूत पवन सिंह' की... जिसमें तुलिप सिंह एक डी.सी.पी. के रोल में नज़र आएँगी.. बकौल एक्ट्रेस तुलिप सिंह की खासियत ये है कि वो खुद को रिपीट करना पसंद नहीं करती... 'दे दे पिरीतिया उधार', 'गाँव की गंगा', 'के बनी दूल्हा', 'धमाल कईला राजा' और 'काली' तक उन्होंने अपनी विविधता बनाये रखी है... तुलिप का कहना है कि वो किसी एक इमेज में बंधकर नहीं रहना चाहती.. अब देखना है तुलिप का ये नया अवतार दर्शकों को कितना पसंद आता है
देखन में छोटन लगे
देखना हो अगर हमारे पंखों का परवाज़..
आसमां से कह दो ज़रा और ऊँचा हो जाये...
आसमां से कह दो ज़रा और ऊँचा हो जाये...
आसमां की ऊँचाई जितनी भी हो के.के.गोस्वामी के ख्वाबों से बड़ी तो नहीं हो सकती... वरना अपने छोटे कद के कारण लोगों के कौतुहल का कारण बने के.के.गोस्वामी एक्टर बनने का ख्वाब ही क्यों देखते..? के.के. ने न केवल ख्वाब देखा बल्कि अपने तसव्वूरों को तस्वीरों में ढालकर लोगों के सामने एक नयी चुनौती भी पेश कर दी... जिस कद-काठी को लोग एक अभिशाप की तरह देखते हैं, वही कद-काठी के.के.गोस्वामी के लिए एक वरदान साबित हुई...
शक्तिमान, जूनियर जी, इधर कमाल उधार धमाल, शाकालाका बूमबूम, सोनपरी, चाचा चौधरी, ssshhhh कोई है, विक्राल और गबराल, सहित लगभग चालीस टीवी सेरिअलों में अपना कमाल दिखा चुके के.के.जब जॉनी लीवर जैसा कॉमेडियन बनने की तमन्ना लिए मुंबई की सरज़मीं पर आये तो खुद ही कॉमेडी की वजह बन गए... लोगों के होंठो पर तैरती मुस्कान और चुभते तानों ने उन्हें विचलित तो किया, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी.. छोटे-मोटे रोल्स से गुजरता उनका सफ़र धीरज कुमार के सीरियल "कुछ भी हो सकता है" तक पहुंचा...और यही उनके करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ... इस सीरियल में उन्होंने इ के गबरू दादा का रोल इतनी शिद्दत से निभाया कि आगे चलकर यही नाम उनकी पहचान बन गया...
"गबरू दादा" को छोटे पर्दे के दर्शक तो पहचानते ही हैं... भोजपुरी दर्शक भी उनसे खूब वाकिफ़ है.. 'रखिया लाज अंचरवा के', 'मृत्युंजय', 'सईयाँ के साथ मडईया में', 'देवरा बड़ा सतावला' और 'सात सहेंलिया' सहित दर्जनों फिल्मों का मनोरंजन कर चुके के.के.गोस्वामी खुद भोजपुरी भाषी हैं, इसिलिय इन फिल्मों से उन्हें खास लगाव है.. लेकिन के.के. किसी हद में बंधना नहीं चाहते.. बहरहाल वो इस वक़्त सब टीवी के टीआरपी नंबर 1 पर चल रहा सीरियल 'गुंटर-गुं' में काफी व्यस्थ्य हैं...
एक आम आदमी की तरह के.के.गोस्वामी के दिल में भी अभी बहुत-सी ख्वाहिशें बाकि हैं.. लेकिम उन्हें मुकद्दर ने अबतक जो दिया है, वो उससे पूरी तरह संतुष्ट हैं... बकौल के.के. कामयाबी का मज़ा तभी है, जब वो मुश्किलों के रास्ते से आये.. उम्मीद है कि इस छोटे कदवाले के.के. की बड़ी सीख उनके चाहनेवालों के काम आएगी.
"गबरू दादा" को छोटे पर्दे के दर्शक तो पहचानते ही हैं... भोजपुरी दर्शक भी उनसे खूब वाकिफ़ है.. 'रखिया लाज अंचरवा के', 'मृत्युंजय', 'सईयाँ के साथ मडईया में', 'देवरा बड़ा सतावला' और 'सात सहेंलिया' सहित दर्जनों फिल्मों का मनोरंजन कर चुके के.के.गोस्वामी खुद भोजपुरी भाषी हैं, इसिलिय इन फिल्मों से उन्हें खास लगाव है.. लेकिन के.के. किसी हद में बंधना नहीं चाहते.. बहरहाल वो इस वक़्त सब टीवी के टीआरपी नंबर 1 पर चल रहा सीरियल 'गुंटर-गुं' में काफी व्यस्थ्य हैं...
एक आम आदमी की तरह के.के.गोस्वामी के दिल में भी अभी बहुत-सी ख्वाहिशें बाकि हैं.. लेकिम उन्हें मुकद्दर ने अबतक जो दिया है, वो उससे पूरी तरह संतुष्ट हैं... बकौल के.के. कामयाबी का मज़ा तभी है, जब वो मुश्किलों के रास्ते से आये.. उम्मीद है कि इस छोटे कदवाले के.के. की बड़ी सीख उनके चाहनेवालों के काम आएगी.
Sunday, 13 November 2011
नौंटकीवाली से अधिक लोकप्रिय होगी नयी मुन्नी- दीपक दुबे
जीतेश दुबे की फिल्म ‘‘मुन्नीबाई नौटंकीवाली’’ में सिर्फ रानी चटर्जी के ही जलवों की चर्चा नहीं हुई थी, उसमें एक बांका नौजवान भी था, जिसने दर्शकों पर अपनी गहरी छाप छोड़ी थी। ये युवक था - दीपक दुबे। ‘‘मुन्नी बाई’’ के बाद दीपक एक एक्शन एक्टर के रूप में ‘‘बृजवा’’ में छा गए और भोजपुरी सिनेमा के सितारों की सूची में शुमार हो गए। ‘‘मुन्नी बाई नौटंकीवाली’’ से अधिक लाभ ‘‘बृजवा’’ ने दिया और दीपक को कई नये आफर्स मिल गये। फिर ‘‘तू ही मोर बालमा’’ ‘‘मार देब गोली केहू ना बोली’’ सरीखी फिल्में आयीं। दीपक सर्वत्र सराहे गए। ‘‘मुन्नी बदनाम भईल सैंया तोहरे खातिर’’ के मुहुर्त के अवसर पर दीपक दुबे से हुई बातचीत के संक्षिप्त अंश प्रस्तुत हैः
एक बार फिर ‘‘मुन्नी’’ का साथ मिल रहा है आपको, यह नौटंकीवाली की अगली कड़ी है अथवा ‘‘दबंग’ के गाने का असर?
इसका उत्तर सीधे-सीधे हाँ ना में थोड़ा मुश्किल है। इस फिल्म में ‘‘मुन्नी बाई नौटंकीवाली’’ वाली जोड़ी है यानी मैं फिर रानी चटर्जी के साथ हूँ, इसलिए यह सवाल और भी पेचीदगी पैदा करता है। हाँ, ‘‘मुन्नी बाई नौटंकीवाली’’ की तरह यह नयी मुन्नी भी कहीं न कहीं उन्हीं हालातों में पहुँचती है, लेकिन परिस्थितियाँ अलग हैं। एक स्पष्ट समानता है कि दोनों मुन्नियाँ नाचती हैं। रही बात ‘दबंगी’’ के गीत ‘‘मुन्नी बदनाम हुई डार्लिंग तेरे लिए’’ का तो ये थोड़ा संयोग भी है। वैसे मुन्नीबाई पहले बन चुकी है इसलिए आप ये नहीं कह सकते कि हमने सिर्फ दबंग के गानों को कैश करना चाहा है और सबसे सही उत्तर तो निर्देशक अजय कुमार ही दे सकते हैं।
‘‘बृजवा’’, ‘‘मार देब गोली.....’’ का दीपक दुबे ‘‘मुन्नी बाई नौटंकीवाली’’ से बिल्कुल अलग था। इसमें किस दीपक का असर है?
इसमें अलग दीपक दुबे मिलेगा। एक टपोरी की भूमिका में दिखूंगा ।
‘‘तू ही मोर बालमा’’ में बात कुछ अलग ही थी, हास्य रस में पगी थी फिल्म। आपको किस तरह की भूमिका ज्यादा आसान लगी?
पहली फिल्म में तो बस सबकुछ निर्देशक के इशारे पर ही करना होता है, फिर कैमरे की आदत पर जाती और अपना ‘‘बेस्ट’’ देने की कोशिश करता है। एक कलाकार के रूप में कामेडी और एक्शन दोनों ही बातें समान रूप से असर करती हैं।
रवि किशन जैसे सीनियर स्टार के साथ आपने ‘‘मार देब गोली केहू ना बोली’’ में काम किया। क्या कुछ सीखने को मिला?
रवि जी अत्यंत समर्पित कलाकार हैं। उनसे तो बहुत कुछ सीखा जा सकता है। लेकिन सबसे सीख ये कि वह सेट पर डायरेक्टर के एक्टर होते हैं; कहीं भी रवि किशन नहीं रहते। यह एक कलाकार के समर्पण भाव का परिचायक है।
‘‘मुन्नी बदनाम भईल सैंया तोहरे खातिर’’ के बारे में कुछ और बतायें?
श्री कृष्णा क्रियेशंस कृत ‘‘मुन्नी बदनाम भईल सैंया तोहरे खातिर’’ एक कंपलीट मसाला फिल्म है, जिसे जीतेश दुबे प्रस्तुत कर रहे हैं। इस फिल्म का निर्माण पायल दुबे कर रही हैं वहीं फिल्म के निर्देशन की कमान अजय कुमार ने संभाली है। फिल्म इसी साल दिसम्बर में फ्लोर पर जायेगी।
News By:- uday bhagat
एक बार फिर ‘‘मुन्नी’’ का साथ मिल रहा है आपको, यह नौटंकीवाली की अगली कड़ी है अथवा ‘‘दबंग’ के गाने का असर?
इसका उत्तर सीधे-सीधे हाँ ना में थोड़ा मुश्किल है। इस फिल्म में ‘‘मुन्नी बाई नौटंकीवाली’’ वाली जोड़ी है यानी मैं फिर रानी चटर्जी के साथ हूँ, इसलिए यह सवाल और भी पेचीदगी पैदा करता है। हाँ, ‘‘मुन्नी बाई नौटंकीवाली’’ की तरह यह नयी मुन्नी भी कहीं न कहीं उन्हीं हालातों में पहुँचती है, लेकिन परिस्थितियाँ अलग हैं। एक स्पष्ट समानता है कि दोनों मुन्नियाँ नाचती हैं। रही बात ‘दबंगी’’ के गीत ‘‘मुन्नी बदनाम हुई डार्लिंग तेरे लिए’’ का तो ये थोड़ा संयोग भी है। वैसे मुन्नीबाई पहले बन चुकी है इसलिए आप ये नहीं कह सकते कि हमने सिर्फ दबंग के गानों को कैश करना चाहा है और सबसे सही उत्तर तो निर्देशक अजय कुमार ही दे सकते हैं।
‘‘बृजवा’’, ‘‘मार देब गोली.....’’ का दीपक दुबे ‘‘मुन्नी बाई नौटंकीवाली’’ से बिल्कुल अलग था। इसमें किस दीपक का असर है?
इसमें अलग दीपक दुबे मिलेगा। एक टपोरी की भूमिका में दिखूंगा ।
‘‘तू ही मोर बालमा’’ में बात कुछ अलग ही थी, हास्य रस में पगी थी फिल्म। आपको किस तरह की भूमिका ज्यादा आसान लगी?
पहली फिल्म में तो बस सबकुछ निर्देशक के इशारे पर ही करना होता है, फिर कैमरे की आदत पर जाती और अपना ‘‘बेस्ट’’ देने की कोशिश करता है। एक कलाकार के रूप में कामेडी और एक्शन दोनों ही बातें समान रूप से असर करती हैं।
रवि किशन जैसे सीनियर स्टार के साथ आपने ‘‘मार देब गोली केहू ना बोली’’ में काम किया। क्या कुछ सीखने को मिला?
रवि जी अत्यंत समर्पित कलाकार हैं। उनसे तो बहुत कुछ सीखा जा सकता है। लेकिन सबसे सीख ये कि वह सेट पर डायरेक्टर के एक्टर होते हैं; कहीं भी रवि किशन नहीं रहते। यह एक कलाकार के समर्पण भाव का परिचायक है।
‘‘मुन्नी बदनाम भईल सैंया तोहरे खातिर’’ के बारे में कुछ और बतायें?
श्री कृष्णा क्रियेशंस कृत ‘‘मुन्नी बदनाम भईल सैंया तोहरे खातिर’’ एक कंपलीट मसाला फिल्म है, जिसे जीतेश दुबे प्रस्तुत कर रहे हैं। इस फिल्म का निर्माण पायल दुबे कर रही हैं वहीं फिल्म के निर्देशन की कमान अजय कुमार ने संभाली है। फिल्म इसी साल दिसम्बर में फ्लोर पर जायेगी।
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Saturday, 12 November 2011
AZAMGADH KE KATTA - HYDER KAZMI NEW MOVIE
भोजपुरी फिल्म ‘रंगबाज’ के ज़रिये अपनी रंगबाजी दिखा चुके हैदर काजमी अब निर्माता दीपा यादव की फिल्म आजमगढ़ के कट्टा में नज़र आयेंगे। फिल्म के संगीतकार एवं निर्देशक राम यादव हैं। इस फिल्म की शूटिंग एक दिसम्बर से आजमगढ़ में की जाएगी। अपराध जगत पर बन रही ‘आजमगढ़ के कट्टा’ को लेकर निर्माता दीपा यादव कहती हैं, "मैंने हैदर काजमी की फिल्म ‘रंगबाज’ देखी थी। फिल्म देखने के बाद ही हमने तय कर लिया कि ‘आजमगढ़ के कट्टा’ में मुख्य भूमिका हैदर काजमी ही निभायेंगे"। साउंड स्टेशन के बैनर तले बनने वाली इस फिल्म की कहानी और संवाद लिखा है हरिद्वार शर्मा ने। हैदर काजमी के मुताबिक फिल्म ‘आजमगढ़ के कट्टा’ पूर्वांचल के अपराध जगत पर बनी रही है। हैदर काजमी पहली बार आजमगढ़ में शूटिंग करनेवाले हैं। वे कहते हैं मैं बिहार के जहानाबाद का हूं और आजमगढ़ में शूटिंग करना मेरे लिए वाकई एक लाजवाब अनुभव होगा।
Friday, 11 November 2011
CHALBAAZ CHULBUL PANDEY – EDITING START
Editing of Preetiraj film entertainment’s Chalbaaz chulbul Pandey started recently under the supervision of editor Nakul Prasad. Mamta Pawan jha is the presenter of this film. Producer – N. Ahuja, Story- Director – T. Bobby Singh, Screenplay – Dialogue by Rakesh Tripathi, Lyrics- Shyam ji shyam, Krishna Pandey, Music – Sawan Kumar, Cameraman – Anil Dhanda, Dance – Ricky Gupta and Santosh Kumar. Editor – Nakul Prasad, it stars – T. Bobby Singh, Manoj pandey, Rakhi Tripathi, Ritu Mehra, Umesh Singh, Alok Yadav, Gopal Rai, Sonu Jha, Pawan Jha, Matru Singh, Arjun Singh, Sanjeev Mishra, Purnela, Jyoti and Sunita Yadav
News By:- uday bhagat
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