मूल निवासी "गोलघर, पटना" के बहुमुखी प्रतिभावान नृत्य निर्देशक "रिकी जैक्सन" कड़े संघर्ष के बाद अब हिंदी व भोजपुरी दोनों सिनेमा में पूरी तरह से व्यस्त हो गये हैं. हिंदी सिनेमा के लगभग सभी कोरियोग्राफर के सहायक रह चुके रिकी जैक्सन "रियलिटी शो" को नृत्य का बड़ा स्टेज मानते हैं. उनका कहना है कि-" फिल्मों व स्टेज शो में सीमित दायरे में नृत्य का प्रस्तुतीकरण किया जाता हैं परन्तु रियलिटी शो में कई प्रतिभागियों के बीच प्रतिस्पर्धा होती है तथा कौन कितना अच्छा परफार्म कर सकता है हमेशा कोशिश करना होता है". वे पिछले साल "आई० पी० एल० शो" करने के अलावा 'डी० डी० वन" का "रियलिटी शो नचले", "स्मार्ट वैलुएशन कंपनी", "निशा कोठारी शो" , "तनुश्री दत्ता 31 दिस्म्बर शो" इत्यादि कर चुके हैं.
रिकी जैक्सन ने कैरियर की शुरुआत भले ही हिंदी फिल्मों से किया है मगर हिंदी के अलावा "भोजपुरी सिनेमा" को प्रथम वरीयता देतें हैं. अब तक 4 भोजपुरी फिल्मों में नृत्य निर्देशन कर चुके हैं.उनकी पहले भोजपुरी फिल्म थी - "सजना आईले हमरे अंगना" और चौथी फिल्म शीघ्र ही प्रदर्शित होने वाली है-"कलुआ भाईल सयान" जिसके निर्माता हैं - रितेश ठाकुर और मुख्य भूमिकाओ में हैं- शुभम तिवारी, कलुआ, सुप्रेणा सिंह, प्रकाश जैस एवं प्रिया कपूर. "पी० आर० जैक्सन डांस अकैडमी" ( अँधेरी मुंबई) को शुरू करने की मूल मंशा यही है कि जिस तरह से जब मैं माया नगरी मुंबई आया था तो लोग अक्सर यही कहते थे कि वापस चले जाओ,कोई मेरी सहयता नही करना चाहता था.पर मैंने हिम्मत नहीं हारी और मुम्बा देवी के आशीर्वाद से मैंने एक साल के अन्दर खुद का यह डांस अकैडमी शुरू करने में सफलता पाई है.जिसमें 35 स्टुडेंट हैं जिन्हें मैं सिखाने के साथ ही साथ सहयोग करते रहता हूँ,ताकि इनको वह हताशा ना झेलना पड़े जो मैंने झेला है."
रिकी जैक्सन ने कैरियर की शुरुआत भले ही हिंदी फिल्मों से किया है मगर हिंदी के अलावा "भोजपुरी सिनेमा" को प्रथम वरीयता देतें हैं. अब तक 4 भोजपुरी फिल्मों में नृत्य निर्देशन कर चुके हैं.उनकी पहले भोजपुरी फिल्म थी - "सजना आईले हमरे अंगना" और चौथी फिल्म शीघ्र ही प्रदर्शित होने वाली है-"कलुआ भाईल सयान" जिसके निर्माता हैं - रितेश ठाकुर और मुख्य भूमिकाओ में हैं- शुभम तिवारी, कलुआ, सुप्रेणा सिंह, प्रकाश जैस एवं प्रिया कपूर. "पी० आर० जैक्सन डांस अकैडमी" ( अँधेरी मुंबई) को शुरू करने की मूल मंशा यही है कि जिस तरह से जब मैं माया नगरी मुंबई आया था तो लोग अक्सर यही कहते थे कि वापस चले जाओ,कोई मेरी सहयता नही करना चाहता था.पर मैंने हिम्मत नहीं हारी और मुम्बा देवी के आशीर्वाद से मैंने एक साल के अन्दर खुद का यह डांस अकैडमी शुरू करने में सफलता पाई है.जिसमें 35 स्टुडेंट हैं जिन्हें मैं सिखाने के साथ ही साथ सहयोग करते रहता हूँ,ताकि इनको वह हताशा ना झेलना पड़े जो मैंने झेला है."
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