कंचन अवस्थी भले ही अभिनय के क्षेत्र में नया नाम हो लेकिन लखनऊ की इस नायाब अदाकारा ने कम समय में ही अभिनय के दीवानों को अपने अभिनय से दीवाना बनाया है . अभिनय की दुनिया में हाल ही में कदम रखने वाली कंचन का इस क्षेत्र में आना इत्तेफाक ही है. संगीत में बचपन से रूचि रखने वाली और पढाई में होनहार कंचन ने विज्ञान से पढाई जारी रखते हुए कंप्यूटर साइंस की पढाई पूरी की और अपने संगीत के शौक को नया रूप देने के लिए लखनऊ के भातखंडे संगीत महा विद्यालय से संगीत की शिक्षा ग्रहण की . इसी दौरान कंचन ने रंगमंच पर भी अपने अभिनय की नीव डाली. इस क्षेत्र में लोगों की वाह वाही मिलने के बाद उन्होंने गायन के साथ साथ अभिनय पर भी ध्यान देना शुरू कर दिया . गायकी और रंगमंच का मेल कायम रखते हुए मुंबई आई कंचन को अभिनय के मक्का कहे जाने वाले पृथिवी थियेटर में भी अपना हूनर दिखाने का मौका मिला . फिलहाल ससुरो कब्बो दामाद रहल, नाचा गाव मजा करा सहित कुछ भोजपुरी और एक हिंदी फिल्म में अभिनय कर रही कंचन ने अपनी पढाई को भी जारी रखा है और एम.बी.ए. की तैयारी में जुटी है. फिल्मो के साथ साथ कंचन ने छोटे परदे पर भी अपनी अदाकारी दिखलाई है , इसके अलावा दो लघु फिल्म भी उनके खाते में हैं जिसमे उनके अभिनय की काफी तारिफ हुई थी. अच्छे कामो में भरोसा रखने वाली कंचन का मानना है की इमानदारी और मेहनत कभी व्यर्थ नहीं जाता और उसका अच्छा फल अवश्य मिलता है
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