कभी नक्सली हिंसा और नरसंहारो के लिए देश-विदेश में चर्चित रहा जहानाबाद का माहोल अब बदल चुका है, अब वहां गोलियों की गडगडाहट नहीं बल्कि लाईट , कैमरा , एक्शन की मधुर आवाज गूंजती है और यह सब संभव हुआ है जहानाबाद के पाली काको निवासी हैदर काजमी उर्फ गुड्डु के अथक प्रयास से। हिन्दी में ‘‘पथ’’, ‘‘बाबी’’ तथा भोजपुरी में ‘‘रंगबाज’’ आदि फिल्में बना चुके तथा ‘‘साई बाबा’’ व अलिफ लैला सहित कई धारावाहिको में मुख्य भूमिका निभा चुके हेदर काजमी ने जहानाबाद में शूटिंग के बावत पूछे जाने पर बताया कि बड़ी दिनों से तमन्ना थी कि अपने गाव में शूटिंग करू। क्योंकि जिस मिट्ठी की खुशबू में मैं पला-पढ़ा उससे दगा कैसे कर सकता था। लेकिन थोड़ा माहौल साथ नहीं दे रहा था । लेकिन अब माहोल बदल चुका है इसीलिए खुशनुमा माहोल में २५ दिवसीय शूटिंग बिना किसी परेशानी के संपन्न हुई . ए.एस.सी. डिजीटल प्रा.लि. के बैनर तले बनी भोजपुरी फिल्म ‘‘कालिया’’ के लेंखक-निर्देशक शिवराम यादव ने शूटिंग समाप्ति पर बताया की जहानाबाद में कई खुबसूरत लोकेशन हैं यहा के हरे-भड़े खेत खलिहान गाछ-वृक्ष तथा नदी-नाले अब फिल्मकारों को लूभाती है। अगर राज्य सरकार थोड़ा इधर ध्यान दे तो जहानाबाद दूसरी मायानगरी बन सकती है। इंसानी जजबात और असीम रिश्तों की कहानी पर आधारित इस फिल्म में मुख्य भूमिका हैदर काजमी, अक्षरा सिंह, सी. पी. भट्ठ. राम मिश्रा, पूजा यादव, कृष्ण मुरारी, सुषमा सिन्हा, निलोफर, सुमंती बनर्जी, सीमा सिंह, एलिशा, राकेश यादव, विपीन सिंह, वालेश्वर सिंह, शैलेश सिंह, राणा, अभिजीत राय, और अनिल यादव निभा रहे है। फिल्म के गीतकार अरविन्द तिवारी, संगीतकार अमन के श्लोक, संवाद मनोज पाण्डेय, छायाकंन मनीष के, जैन. मारा-धाड़ रियाज सुलतान, कला आशीष कोलटे, संकलन गोविन्द दुबे, ध्वनि, सलीम खान, नृत्य अगिनेश, मुख्य सहायक निर्देशक राजेश राज, विशेष छायाचित्र अशोक मेहता, निर्माण नियजंक राजा साह, जय प्रकाश गुप्ता हैं
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